रेलवे स्टेशन पर बढ़ी सुरक्षा
आरपीएफ के सहायक कमांडेंट एमएस शेखावत के अनुसार देशभर में आतंकी गतिविधियों की आशंका के चलते एहतियात के तौर पर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था सख्त की जा रही है। आतंकी हमले से निपटने के लिए आरपीएफ के पास बम निरोधक दस्ता भी नहीं है। फिलहाल एक अफसर सहित 11 जवानों को विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। रेलवे स्टेशन परिसर में सशस्त्र पुलिस जवानों के लिए पक्के बंकर भी बनाए जाने का प्रस्ताव है।
ऐसी ही सुरक्षा व्यवस्था
आरपीएफ के सहायक कमांडेंट एमएस शेखावत ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी दी। शेखावत के अनुसार देशभर में आतंकी गतिविधियों की आशंका और धमकियों के मद्देनजर अजमेर में भी एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रारंभिक तौर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि रेलवे स्टेशन परिसर में हर आने-जाने वाला व्यक्ति जांच के दायरे से गुजरे। इसके लिए रेलवे स्टेशन में आने-जाने के मुख्य मार्गों को छोड़कर खुले पड़े रास्तों पर तारों से फेंसिंग किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस बारे में मुख्यालय को रिपोर्ट दी गई है।
खराब कैमरे होंगे ठीक
इसके अलावा आतंकी हमलों की स्थिति में हमलावरों से निपटने के लिए रेलवे स्टेशन परिसर में सशस्त्र जवानों के लिए बंकर भी बनाए जाएंगे। वर्तमान में रेलवे स्टेशन परिसर में 56 सीसीटीवी कैमरे हैं, इनमें से चार खराब हैं। इन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। रेलवे स्टेशन के नए गेट पर भी सीसीटीवी कैमरे और व्हीकल स्कैनर लगाए जाएंगे। वर्तमान में आरपीएफ के जवानों के अलावा 39 होमगार्ड को निगरानी ड्यूटी में लगाया जा रहा है। ट्रेनों को चैक किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन परिसर में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सर्च किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए आरपीएफ जवान तत्पर हैं।